दिनांक 09.09.2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत में 74794 वादों का निस्तारण किया गया
उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि दिनांक-09.09.2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन दीवानी न्यायालय परिसर न्यायालय एवं समस्त तहसील में किया जा रहा है। राष्ट्रीय लोक अदालत दिनांक-09.09.2023 का उद्घाटन न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जौहरी (प्रशासनिक न्यायाधीश जनपद ) उच्च न्यायालय इलाहाबाद के कर कमलो द्वारा विटनेश कक्ष दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माॅं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रीय लोक अदालत का संचालन किया गया। न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जौहरी (प्रशासनिक न्यायाधीश जनपद) उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा अपने आर्शीवचनो में सभी न्यायिक अधिकारियो को इस लोक अदालत मे अधिकाधिक मामलो को निस्तारित किये जाने का निर्देश दिया एवं सभी न्यायिक अधिकारियो को यह भी कहा कि अधिकाधिक संख्या में वादो को सुलह समझौता केन्द्र में प्रेषित किया जाये जिससे वादो का निस्तारण सुलह समझौता के माध्यम से अधिकाधिक संख्या में हो सके।
न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जौहरी (प्रशासनिक न्यायाधीश जनपद ) उच्च न्यायालय इलाहाबाद, जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा, मो0 अहमद खान, नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत, नित्या पाण्डेय अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा न्यायालय परिसर का भ्रमण किया गया। न्यायामूर्ति द्वारा न्यायालय परिसर का निरीक्षण किया गया। न्यायामूर्ति द्वारा निरीक्षण के दौरान जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अधिवक्ताओ के साथ बैठक की।आज दीवानी न्यायालय परिसर, खागा न्यायालय परिसर, ग्राम न्यायालय, बिन्दकी परिसर, कलेक्ट्रेट परिसर, समस्त तहसील परिसर, समस्त नगर पालिका एवं समस्त नगर पंचायत परिसर, श्रम कार्यालय परिसर, समस्त विद्युत वितरण खण्ड परिसर, कार्यालय दूर संचार, समस्त बैंको द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। उपरोक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण करते हुए 500 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। राजेश्वर शुक्ला, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, के द्वारा 49 वैवाहिक वादों एवं 07 प्रीलिटिगेशन विवादो का निस्तारण किया गया एवं सुश्री मंजुला सरकार, अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, द्वारा 09 वैवाहिक वादो एवं 01 प्रीलिटिगेशन विवादो का निस्तारण किया गया। धनेन्द्र प्रताप सिंह, पीठासीन अधिकारी, मोटर वाहन दुर्घटना न्यायाधिकरण, द्वारा 52 मोटर दुर्घटना याचिकाओं का निस्तारण करते हुए 30455701 रु० का प्रतिकर दिलाया गया।
अनिल कुमार Vl द्वारा 140 वादो का निस्तारण करते 128000 रु0 वसूल कराया गया। प्रमोद कुमार गंगवार विशेष न्यायाधीश अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम द्वारा 03 वाद का निस्तारण करते हुए 1500 रू0 अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। मोहम्मद अहमद खान विशेष न्यायाधीश पाक्सो अधिनियम, नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत द्वारा 05 वाद का निस्तारण करते हुये 1600 का अर्थदण्ड के रुप में जमा कराया गया। विनोद कुमार चैरसिया, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पाक्सो प्रथम द्वारा 03 वाद का निस्तारण करते हुये 1000/रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। विनय तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ0टी0सी0 प्रथम द्वारा 03 वादों का निस्तारण करते हुये 1500/रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अविजीत भूषण अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/एफ0टी0सी0 कोर्ट न0-02 द्वारा 02 वादों का निस्तारण करते हुये 45500/रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। राम नरेश मौर्या, अध्यक्ष जिला उपभोक्ता फोरम, द्वारा 02 वादो का निस्तारण करते हुये 261498/रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। राज बाबू मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 4367 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुये 248450/रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। रोमा गुप्ता अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट नं० 1 द्वारा 3306 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 87050 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया।
महेन्द्र कुमार पासवान सिविल जज (सी०डि०) एफ0टी0सी0 द्वारा 2724 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए रू० 2168309/ -अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अनुपम कुशवाहा, अपर सिविल जज जू.डि. कोर्ट न. 01 द्वारा 2635 वादो का निस्तारण करते हुए 80700 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अंकिता सिंह तृतीय अपर सिविल जज जू.डि. कोर्ट न. 02 द्वारा 2855 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 85800 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। भावना साहू सिविल (जू०डि०/एफ०टी०सी०) महिला हिंसा अधिनियम द्वारा 1525 वादों का निस्तारण करते हुए 12000 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अरुण कुमार ट सिविल जज(जू०डि) खागा, द्वारा 2334 वादों का निस्तारण करते हुए 638729/- रू० जमा कराया गया। प्रत्यूश गुप्ता ग्राम न्यायालय जू0डि0 बिन्दकी, द्वारा 2431 वादों का निस्तारण करते हुए 5556/- रू0 अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। कु0 श्वेता सिविल जज जू0डि0/एफ0टी0सी0 द्वारा 2753 वादों का निस्तारण करते हुए 11500 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। कमलेश कुमार श्रीवास्तव, स्पेशल न्यायिक मजिस्टेªट द्वारा 25 वादो का निस्तारण करते हुये 100 रु0/ अर्थदण्ड के रुप में वसूल कराया गया। राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 828 वादों का निस्तारण किया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा जलकर के 2978 प्रकरणों का निस्तारण किया गया एवं 215238 रू० का शुल्क वसूला गया। जनपद के बैंकिंग संस्थानों द्वारा 1152 वादो का निस्तारण करते हुये 83295000 रूपये वसूल किया गया।
विद्युत विभाग द्वारा 924 प्रकरणों का निस्तारण करते हुये 1153105/-रू0 शुल्क वसूला गया। श्रम विभाग द्वारा 487 वादों का निस्तारण करते हुये 6407758/-रु0 अर्थदण्ड के रुप में जमा कराया गया एवं आय जाति निवास व अन्य प्रकार के कुल 40700 वादों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार उपरोक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 74794 वादों का निस्तारण कर 33973495/ रू० अर्थदण्ड वसूल किया गया। न्यायामूर्ति नरेन्द्र कुमार जौहरी (प्रशासनिक न्यायाधीश जनपद ) एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा एवं समस्त न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारीगण, अधिवक्ताओं, जिला बार एसोसिएशन, के अध्यक्ष व सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, चीफ, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल सिस्टम फतेहपुर एवम मीडियाकर्मियों को लोक अदालत को सफल बनाने एवम सहयोग करने हेतु हार्दिक अभार व्यक्त किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।